मंगलवार, 8 जनवरी 2008

जम्मू कश्मीर में अलग मुद्रा चलाने की मांग पर भा ज पा का बबाल


जम्मू-कश्मीर में देश से अलग मुद्रा चलाने की मांग करने वाले राज्य के वित्तमंत्री तारिक हामिद करा को भाजपा ने तत्काल प्रभाव से मंत्रिमंडल से बर्खास्त करने की मांग की है। मुख्य विपक्षी दल ने इसे अलगाववाद का चरम बताते हुए कांग्रेस को भी इस अपराध का दोषी करार दिया। साथ ही इस विषय में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह व कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की चुप्पी पर भी सवाल उठाया।
भाजपा प्रवक्ता राजीव प्रताप रूडी ने कहा कि मंत्री की यह मांग न सिर्फ अलगाववादी है, बल्कि आतंकवाद को भी पोषित करने वाली है। दुर्भाग्यपूर्ण है कि राज्य की कांग्रेस और केन्द्र सरकार इतने संवेदनशील मुद्दे पर भी चुप्पी साधे हुए है। रूडी ने यूरोपीय देशों की एक मुद्रा यूरो चलाने का हवाला देते हुए कहा कि 'पूरी दुनिया के कई देश जब राज्य और अपने बीच सामान्य मुद्रा लाने का प्रयास कर रहे हैं, वहीं भारत के गणराज्य में एक प्रांत अलग मुद्रा चलाने की मांग कर रहा है। यह भारतीय संविधान की भावना के सर्वथा विरुद्ध है और ऐसी अनर्थकारी मांग पहली बार की गई है।'
भाजपा प्रवक्ता ने याद दिलाया कि जनसंघ के संस्थापक अध्यक्ष श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने जम्मू-कश्मीर में 'दो संविधान, दो विधान, दो निशान और दो प्रधान' का विरोध करते हुए शहादत दी थी। उन्होंने कहा, देश से अलग मुद्रा चलाने की मांग उससे भी ज्यादा विभाजनकारी है। रूडी ने ऐसी मांग करने वाले वित्तमंत्री को तुरंत मंत्रिमंडल से बर्खास्त करने के साथ प्रधानमंत्री व कांग्रेस अध्यक्ष से इस विषय में मुंह खोलने की मांग की।
उधर, पंजाब में शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी द्वारा पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के हत्यारों सतवंत सिंह और बेअंत सिंह को शहीद का दर्जा देने की भी भाजपा ने आलोचना की। रूडी ने कहा कि एसजीपीसी का यह बयान दुर्भाग्यपूर्ण है और पार्टी को इस तरह की भाषा और कृत्य कतई स्वीकार्य नहीं है।