गुरुवार, 16 जून 2011

कांग्रेस मुन्नी से ज्यादा बदनाम

अपने बयानों के कारण अक्सर  विवादों रहने वाले भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष नितिन गडकरी ने कांग्रेस को लादेन की औलाद कहने में भी गुरेज नहीं किया. साथ ही ये भी कह दिया कि कांग्रेस पार्टी मुन्नी से भी ज़्यादा बदनाम हो गई है. इतना ही नहीं उन्होंने कहा कि जिस तरह सोनिया गांधी के भ्रष्टाचार के ख़िलाफ़ संघर्ष की बात तो वे मज़ाक में कहते हैं कि ये ऐसी ही बात है जैसे पाकिस्तान आतंकवाद के ख़िलाफ़ संघर्ष की बात करता है. कोलकाता में पार्टी के एक कार्यक्रम में हिस्सा लेने पहुँचे नितिन गडकरी ने कांग्रेस पर आरोप लगाते हुए कहा कि यह मां-बेटे की पार्टी है और बाक़ी सबकी  हैसियत नौकरों वाली है.
कांग्रेस पार्टी ने गडकरी के बयान पर कड़ी आपत्ति जताई है और सार्वजनिक रूप से माफ़ी मांगने को कहा है. पार्टी प्रवक्ता जयंती नटराजन ने कहा कि गडकरी गटर की राजनीति कर रहे हैं. दूसरी ओर नितिन गडकरी के तेवर यहीं ठन्डे नहीं हुए. रामलीला मैदान में हुई कार्रवाई को रावणलीला करार देते हुए उन्होंने कहा कि ये सब सोनिया गांधी के आदेश पर हुआ था. गडकरी ने कहा, "हम इस मामले पर चुप नहीं बैठ सकते. भाजपा सरकार के इस अलोकतांत्रिक क़दम को बर्दाश्त नहीं करेगी." उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार के मुद्दे पर कांग्रेस की छवि ख़राब हो चुकी है और यह पार्टी अब मुन्नी से भी ज़्यादा बदनाम है.
(इनसाईट स्टोरी टीम)  

ये कट आफ: उफ़


सरकार और मानव संसाधन मंत्रालय के तमाम प्रयासों के बीच भी छात्रों को कालेज में प्रवेश के लिए कोई राहत मिलती नजर नहीं आ रही है, कल दिल्ली के श्रीराम कालेज आफ कामर्स की कट आफ लिस्ट देखकर छात्रों के होश पाख्ता हो गए हैं इस साल जारी पहली कट आफ लिस्ट १०० फीसदी की है, कालेज के इस रवैये की चारों ओर भर्त्सना  हो रही है. कॉलेज की मंगलवार को जारी सूची के अनुसार, जिन छात्रों के पास 12वीं में बिजनेस स्टडीज, गणित, एकाउंटस और अर्थशास्त्र में से कोई विषय नहीं है तो उनके लिए बीकॉम में दाखिले के लिए सौ फीसदी कट ऑफ रखा गया है. साधारणतया इस सूची में विज्ञान के छात्र आते हैं. सिब्बल ने इस के लिए दिल्ली विश्विद्यालय के कुलपति को तो तलब किया ही साथ ही ये भी माना की देश में गुणवत्तापूर्ण कालेजों की कमी के चलते ये स्थिति पैदा हुयी है. इस प्रकार ९७-९८ फीसदी अंक लाने वाले छात्र भी प्रवेश से वंचित रह जायेंगे. सरकार को चाहिए की वह परीक्षा प्रणाली को सरल कर छात्रों को अधिक अंक लाने में सहायता करने के बजाय वास्तव में बुद्धिमान छात्रों को प्रोत्साहित करे. लेकिन सरकार केवल परीक्षा प्रणाली को सरल कर छात्रों को आकर्षित तो कर ले रही है लेकिन  इस तैयार भीड़ को खान समायोजित किया जाय इसके लिए कोई कदम उठा ही नहीं रही है. जब हमने छात्रों से इस बारे में बात की तो उनका कहना था की सब १०० प्रतिशत तो हो नहीं सकते हैं. अभी हाल के महीनों महीनों में रीलिज फिल्म फ़ालतू में विषय को काफी गहराई से दिखाया गया है. 
(इनसाईट स्टोरी कैम्पस टीम )

काग्रेस को राहत: रिलायंस की माफी

पी. चिदम्बरम 
रिलायंस इंडस्ट्रीज़ लिमिटेड (आरआईएल) ने अपने कर्मचारी के.आर. राजा की अपमानजनक टिप्पणी के लिए केन्द्रीय गृह मंत्री पी चिदंबरम से माफ़ी मांगी है. दरअसल आरआईएल के एक कर्मचारी ने पी चिदंबरम के बारे में कहा था कि उन्हें भी 2-जी स्पैक्ट्रम घोटाले में लाभ मिला है. इस पर गृह मंत्री ने क़ानूनी नोटिस भेज दिया था. इस नोटिस के जवाब में आरआईएल के ग्रुप प्रेसिडेंट वी बाला सुब्रमण्यम ने कहा है कि लॉबिस्ट नीरा राडिया के साथ बातचीत में उनके एक कर्मचारी केआर राजा ने गृह मंत्री के ख़िलाफ़ अपमानजनक और अनुचित टिप्पणी की थी. सुब्रमण्यम ने गृह मंत्री पी चिदंबरम के वकील को पत्र लिखकर कहा है कि राजा को उनके आधारहीन और ग़ैर ज़िम्मेदाराना बयान के काफ़ी फटकार लगाई गई है. उन्होंने कहा कि रिलायंस इंडस्ट्रीज़ इस घटना पर खेद व्यक्त करते हुए माफ़ी मांगती है. केआर राजा ने भी चिदंबरम के वकील को अलग से पत्र लिखकर माफ़ी मांगी है. इस पत्र में उन्होंने कहा है कि नीरा राडिया के साथ बातचीत में उन्होंने बिना किसी आधार के चिदंबरम पर अपमानजनक टिप्पणी की थी, इसलिए वे इस मामले पर माफ़ी मांगते हैं.दरअसल के.आर राजा और नीरा राडिया के बीच हुई बातचीत मीडिया में लीक हो गई थी. जिसके बाद चिदंबरम के वकीलों ने राजा को क़ानूनी नोटिस देते हुए माफ़ी मांगने को कहा था. इन मीडिया रिपोर्टों के बाद भारतीय जनता पार्टी ने 2-जी घोटाले में फ़ायदा उठाने का आरोप लगाते हुए चिदंबरम से त्यागपत्र की भी मांग की थी. इसके बाद शायद कांग्रेस ने राहत की सांसे ली होंगी क्योंकि २ जी घोटाले को लेकर सरकार और पार्टी पहले से ही कटघरे में खडी थी. 
(आशुतोष पाण्डेय)