शनिवार, 29 अप्रैल 2017

संत रामपाल के समर्थक किसकी CBI जांच की मांग कर रहे हैं

जंतर मंतर पर 588 दिन से बैठे रामपाल के समर्थक। फोटो: इनसाईट स्टोरी 
संत रामपाल जो पिछले 2 सालों से हिसार जेल में बंद हैं, उनके समर्थक अब सीबीआई जांच की मांग कर रहें हैं, जुलाय 2006 में करोंथा आश्रम में हुए एक व्यक्ति की मौत के मामले में रामपाल और उनके अनुयायिओं के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था. असल में आर्य समाजियों और संत रामपाल के बीच विवाद होते रहें हैं.
यह घटना भी आर्यसमाजियों और रामपाल के समर्थकों के बीच हुयी झडप का परिणाम बताया जाता रहा है. इसी केस में हाई कोर्ट चण्डीगढ़ के द्वारा बार बार संत रामपाल के खिलाफ समन जारी होने के बाद भी कोर्ट में पेश में ना होने के बाद हरियाणा पुलिस को जबरन बरवाला आश्रम खाली करवाना पडा था, इस कार्रवाई में पुलिस के अनुसार हजारों भक्तों को मुक्त करवाया गया और आश्रम से काफी मात्रा में हथियार भी मिले, इस दौरान कुछ लोग भी मारे गए. तब से अपने कई समर्थकों के साथ रामपाल हिसार जेल में बंद हैं और उनके ऊपर कई नये केस भी दर्ज किये गये हैं. अब पिछले करीब डेढ़ साल से उनके समर्थक जन्तर मन्तर दिल्ली में धरने पर बैठे हैं,
समर्थक खुद को रामपाल का अनुयायी बताते हैं, उनका आरोप है कि पुलिस और न्याय पालिका दोनों ने रामपाल के खिलाफ आर्यसमाज की शह पर ये मुकदमे दर्ज किये हैं, समर्थक कई जजों को भी कठघरे में खडा कर रहे हैं उनका कहना है कि जज पहले से रामपाल के खिलाफ विचार बना कर बैठे हैं और उसी अनुसार फैसले ले रहें हैं, उनके ये आरोप सेसन जज से लेकर हाई कोर्ट के जज तक के खिलाफ हैं.
देश के कोने कोने से आये अनुयायी: सीबीआई जांच की मांग करते। फोटो: इनसाईट स्टोरी 

रामपाल द्वारा स्वामी दयानन्द पर टिप्पणी
अब संत रामपाल के समर्थक सभी केसों में सीबीआई जांच की मांग कर रहें हैं, उनका मानना है कि बिना सीबीआई जांच के सच सामने नहीं आ सकता है. यहाँ समर्थक न्यायपालिका के साथ प्रधानमंत्री मोदी और हरियाणा के मुख्यमंत्री खट्टर पर भी संत रामपाल के खिलाफ षड्यंत्र का आरोप लगा रहें है.
सत्यार्थ प्रकाश पर रामपाल के विचार
रामपाल के द्वारा सत्यार्थ प्रकाश के खिलाफ खुल कर मोर्चा खोला गया था कई उदाहरणों के द्वारा वे स्वामी दयानन्द सरस्वती की रचना को झूठलाने का प्रयास किया है. जंतर मन्तर पर उनके समर्थक लोगों को रामपाल साहित्य और CD बाँट कर उन्हें निर्दोष बता रहें हैं.
संतों के खिलाफ कई आरोप पहले भी लगते रहें हैं और उनके भक्त हर बार उन्हें निर्दोष बताते रहें हैं, चाहे मामला आसाराम का हो या रामपाल का. बड़े आश्रम और लाखों भक्त बना लेने के बाद भी इन संतों पर आरोप लगते रहें हैं. चाहे मामला अवैध कब्जे का हो या फिर व्यभिचार का इन तथाकथित संतों पर अंगुलियाँ उठती रही हैं. लेकिन रामपाल के समर्थक इसके उलट उनको तत्वदर्शी बताते हैं और उनके समर्थन में कड़ी धूप में भी जंतर मंतर पर बैठे हैं, इन समर्थकों में देश के कोने कोने से आये लोग हैं जिसमें पुरुषों के साथ महिलाएं भी शामिल हैं. समर्थक इस संदर्भ में राष्ट्रपति से भी हस्तक्षेप की मांग कर रहें हैं. वे बिना सीबीआई जांच धरना छोड़ने को तैयार नहीं दिख रहें हैं. लेकिन ना ही हरियाणा सरकार या केंद्र सरकार उनकी किसी बात को तव्वजो दे रही है.
मामला न्यायालय में है और सीबीआई जांच इस मामले में कराई जाए ऐसी आवश्यकता ना ही हाई कोर्ट  चंडीगढ़ मानता है और ना ही हरियाणा सरकार, और बिना इन पक्षों की की आज्ञा या हस्तक्षेप के सीबीआई जांच संभव नहीं है.

शनिवार, 22 अप्रैल 2017

चाय के ठेले पर वाई फाई हॉटस्पॉट

फोटो: गूगल साभार 
आपके लिए एक बड़ा अपडेट आ रहा है, सेंटर फॉर डेवेलपमेंट ऑफ टेलेमैटिक (C-DoT) की ओर से उसने एक पब्लिक डेटा ऑफिस सॉल्यूशन डेवेलप किया है. इस तकनीक को डेवेलप करने में 50,000 रुपये तक की लागत आयी है. इस तकनीक के जरिये किराने की दुकान या फिर चाय के ठेले पर आपको वाई फाई सुविधा मिलेगी, दस रूपये से कम की कीमत पर इन जगहों पर डाटा बेचा जाएगा. ये सर्विस e-KyC (जैसे आधार वेरिफिकेशन), ओटीपी (वन टाइम पासवर्ड) ऑथेंटिकेशन और साथ ही वाउचर के रुप में भी मिलेगी. यहाँ अभी ये सपष्ट नहीं है कि किस प्रकार ये ठेले वाले या किराने की दुकान चलाने वाले इस सुविधा को ग्राहकों तक पहुंचा पायेंगे और इसके एवज में उनको कितना कमीशन मिलेगा. लेकिन ये तय है कि ये अधिक से अधिक लोगों को डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म से जोड़ने में कामयाब होगा. 
Tech Master 

शुक्रवार, 21 अप्रैल 2017

भीम एप ने 2 करोड़ डाउनलोड का आकड़ा पार किया

नोटबंदी के बाद प्रधानमंत्री ने ऑनलाइन पेमेंट के लिए भीम (BHIM) भारत इंटरफ़ेस फॉर मनी एप 30 दिसम्बर 2016 को जारी किया था. अब तक इस एप को 2 करोड़ से ज्यादा लोग डाउनलोड कर चुके है, नीति आयोग के सीईओ अमिताभ कान्त ने ये जानकारी दी . भीम एप के द्वारा UPI (यूनिफाइड पेमेंट इंटरफ़ेस) के जरिये आप अपने सभी लेनदेन बिना बैंक अकाउंट की जानकारी दिए कर सकते हैं. इसके लिए आपका बैंक के साथ रजिस्टर्ड मोबाइल न. UPI एड्रेस की तरह काम कर सकता है, इसके अतिरिक्त आप अपना कोई विशेष UPI एड्रेस भी बना सकते हैं. किसी को पैसा भेजना हो या मंगाना हो दोनों काम इससे बिना किसी परेशानी के कर सकते हैं, स्मार्टफोन पर ऑनलाइन या फीचर फोन पर यूएसएसडी के जरिये भी आप इस एप का इस्तेमाल कर सकते हैं. लेकिन एक समय में इस एप के जरिये केवल एक बैंक अकाउंट को चला सकते हैं. इस एप के इस्तेमाल के लिए शर्त ये है कि इसका इस्तेमाल उस मोबाइल से ही कर सकते हैं जिसमें बैंक अकाउंट के साथ रजिस्टर्ड सिम हो और सिम में पर्याप्त बैलेंस हो. स्मार्टफोन पर इसके इस्तेमाल के लिए एक UPI पिन बनाना होता है, इस पिन को जनरेट करने के लिए आपको अपने डेबिट कार्ड के डिटेल जैसे कार्ड संख्या और एक्सपायरी डेट की जानकारी देनी होती है. इस एप का प्रयोग एंड्राइड, आईओएस प्लेटफॉर्म के जरिये किया जा सकता है.

Tech Master 
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रविवार, 26 मार्च 2017

नोकिया के चाहने वालों के लिए नया नोकिया 150

नोकिया अपने चाहने वालों के लिए एक नया मोबाइल फोन लाया है, लेकिन ये कोई स्मार्टफोन नहीं है बल्कि एक बेसिक कीपैड मोबाइल फोन है लेकिन ख़ास बात ये है कि मोबाइल 32 जीबी इन्टरनल स्टोरेज के साथ आ रहा है. इसे आप ऐमज़ॉन इंडिया से खरीद सकते हैं जहाँ इसकी कीमत 1950 है, ये ड्यूल सिम मोबाइल अपने शानदार बैटरी बैकअप 1020 mAh बैटरी के साथ आ रहा है. इसमें आपको एक LED फ़्लैश के साथ VGA  कैमरा भी मिल रहा है. ये मोबाइल सिंगल सिम  साथ भी उपलब्ध है. ब्लूटूथ के साथ इसमें एफ एम रेडियो भी है, इसमें 2.4 इंच की स्क्रीन है  जिसका डिस्प्ले 240X320 पिक्सल रिजॉल्यूशन के साथ आ रहा है. नोकिया का ये कीपैड फोन अब कितना पसंद किया जाएगा ये तो आने वाले समय में ही पता चलेगा लेकिन नोकिया के शौक़ीन के लिए ये एक विकल्प हो सकता है. 
अगर आप नया नोकिया बेसिक फोन खरीदना चाहते हैं तो आप नीचे दिए लिंक पर क्लिक कर खरीद सकते हैं. 
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बिना आधार मोबाइल ठप्प

सुप्रीम कोर्ट के एक आदेश के बाद आपका मोबाइल बंद हो सकता है यदि आपने अपने आधार नम्बर को मोबाइल नम्बर के साथ नहीं जोड़ा है तो जल्दी ही आपको अपने मोबाइल ऑपरेटर से इस संदर्भ में SMS या कॉल भी जल्द आयेगी जहाँ आपको केवाईसी के पुन:प्रमाणन के लिए आपसे आधार कार्ड वेरिफिकेशन के लिए कहा जा सकता है.
टेलीकॉम सर्विस के संगठन सीओएआई ने कहा कि उसकी सदस्य कंपनियां इस हफ्ते बैठक कर मौजूदा एक अरब से भी अधिक मोबाइल उपभोक्ताओं की प्रमाणन प्रक्रिया की रूपरेखा पर चर्चा करेंगी.
दूरसंचार विभाग की एक अधिसूचना में कहा गया है, ‘‘सभी लाइसेंसधारकों (मोबाइल कंपनियों) को सारे मौजूदा मोबाइल उपभोक्ताओं (प्रीपेड और पोस्टपेड) का आधार आधारित ई-केवाईसी माध्यम से पुन:प्रमाणन करना चाहिए.’’ अधिसूचना में कहा गया है कि सभी कंपनियों को अपने मौजूदा ग्राहकों को प्रिंट, इलैक्ट्रॉनिक और एसएमएस के माध्यम से उच्चतम न्यायालय के पुनप्रमाणन के आदेश की सूचना देनी होगी. उन्हें इस प्रक्रिया की जानकारी अपनी वेबसाइट पर देनी चाहिए.
उल्लेखनीय है कि उच्चतम न्यायालय ने इस साल फरवरी में आदेश दिया था कि, ‘‘नये उपभोक्ताओं के साथ-साथ सभी मोबाइल फोन उपभोक्ताओं का पता और पहचान सुनिश्चित करने के लिए प्रमाणन की एक प्रभावी प्रक्रिया विकसित हुई है. निकट भविष्य में विशेषकर आज से एक साल के भीतर मौजूदा उपभोक्ताओं के मामले में इसी तरह की प्रमाणन प्रक्रिया को पूर्ण कर लिया जाना चाहिए.’’

जिओ का प्राइम ऑफर ठंडा पडा

कुछ ही महीनों में 10 करोड़ कस्टमर जोड़ लेने वाले जिओ के 1 अप्रैल से आरम्भ हो रहे प्राइम ऑफर से जुड़ने वालों की संख्या काफी कम है, काफी प्रचार और विज्ञापन के बाद भी जिओ के प्राइम ऑफर को आशा के अनुरूप रिस्पांस नहीं मिल रहा है, कम्पनी को आशा थी कि कम से 2.5 करोड़ कस्टमर के प्राइम से जुड़ने की आशा थी. पिछले महीने ही जिओ अपने 10 करोड़ सब्सक्राइब पूरे कर चुका है. जिओ का फ्री डाटा और कालिंग ऑफर 31 मार्च को खत्म हो रहा है, लेकिन अभी तक करीब आशा से आधे कस्टमर ही प्राइम से जुड़ सके हैं. प्राइम ऑफर से जुड़ने के लिए आपको 99 रूपये का एक रिचार्ज करवाना होगा, इसके बाद कम से कम 303 रूपया प्रति माह के रिचार्ज पर प्रति माह 28 जीबी डाटा मिलेगा इसके अलावा 5 जीबी का अतिरिक्त डाटा भी हर महीने मिलेगा, ये उस स्थिति में प्रयोग लाया जा सकेगा जब आप प्रतिदिन 1 जीबी का डाटा प्रयोग कर चुके होंगें. इसके अलावा भी जिओ कई आकर्षक ऑफर दे रहा है. लेकिन इन ऑफर्स के बाद भी जिओ को मनमुताबिक रिस्पांस नहीं मिलना कम्पनी के लिए चिंता की बात हो सकती है, जबकि प्रतिद्वंदी कम्पनियां भी तमाम आकर्षक प्लान के साथ मैदान में उतर चुकी हैं. ऐसे में मुकेश अम्बानी प्राइम ऑफर को 30 अप्रैल तक बढ़ा सकते हैं. वैसे बिना प्राइम ऑफर से जुड़े भी आप फ्री कालिंग  सुविधा पा सकते हैं. 

Jio Prime Plans

जिओ प्लान्स की अधिक जानकारियों के लिए यहां क्लिक करें. 

गुरुवार, 23 मार्च 2017

कमजोर होती मर्दानगी का सच:टेस्टोस्टेरोन

मर्दानगी का हार्मोन  

टेस्टोस्टेरोन एक ऐसा हॉर्मोन है जो पुरुषों के अंडकोष में पैदा होता है. आमतौर पर इसे मर्दानगी की पहचान के रूप में देखा जाता है. इस हार्मोन का पुरुषों की आक्रामकता, चेहरे के बाल, मांसलता और यौन क्षमता से सीधा संबंध माना जाता है. चाहे शारीरिक हो या फिर मनोवैज्ञानिक स्वास्थ्य के लिए यह आवश्यक है. टेस्टोस्टेरोन हॉर्मोन उम्र के साथ कम होने लगता है.

एक अनुमान के मुताबिक 30 और 40 की उम्र के बाद इसमें हर साल दो फ़ीसदी की कमी आने लगती है. वैसे इसमें लगातार होने वाली कमी सेहत से जुड़ी कोई समस्या नहीं है, लेकिन कुछ ख़ास बीमारियों, इलाज या चोटों के कारण सामान्य से कम हो जाता है. टेस्टोस्टेरोन हार्मोन में कमी को हाइपोगोनडिज़म कहा जाता है. ब्रिटिश पब्लिक हेल्थ सिस्टम की एक रिपोर्ट के मुताबिक़ 1000 में से पांच लोग इस बीमारी से  पीड़ित हैं.

टेस्टोस्टेरोन सामान्य से कम है इसे ऐसे जानें


  1.  थकान और सुस्ती होना 
  2. अवसाद, चिंता और मिजाज में चिड़चिड़ापन
  3. यौन संबंध बनाने की इच्छा कम होना या फिर नपुंसकता की शिकायत
  4. ज़्यादा देर तक एक्सरसाइज नहीं कर पाना और शक्ति में गिरावट महसूस होना 
  5. दाढ़ी और मूंछों के बालों का बढ़ना या कम होना
  6. ज़्यादा पसीना निकलना
  7. यादाश्त और एकाग्रता कम होना
  8. लंबे समय तक हाइपोगोनडिज़म से हड्डियों को नुक़सान पहुंचने का जोखिम रहता है. इससे हड्डियां कमज़ोर होती जाती हैं और फ्रैक्चर की आशंका भी बढ़ जाती है.
हाइपोगोनडिज़म एक ख़ास तरह की चिकित्सकीय अवस्था है जो उम्र बढ़ने के साथ पैदा होने वाली सामान्य स्थिति से अलग है. इसका सीधा संबंध मोटापा और टाइप 2 डायबिटीज से है. मोटापे से ग्रसित लोगों में ये समस्या ज्यादा देखी गयी है.

टेस्टोस्टेरोन टेस्ट  

 टेस्टोस्टेरोन का टेस्ट  ख़ून जांच से करा सकते हैं. इसका स्तर हर दिन एक जैसा नहीं होता है. यदि टेस्ट रिपोर्ट में इसमें गिरावट मिलती है तो मरीज़ को एन्डोक्राइन स्पेशलिस्ट के पास भेजा जाता है.

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सोमवार, 20 मार्च 2017

शाओमी का REDEMI 4 A अब अमेज़न और Mi स्टोर पर उपलब्ध

शाओमी का REDEMI 4A भारत में लांच 

शाओमी ने भारत में अपना नया स्मार्टफोन Redmi 4A लॉन्च कर दिया है. यह स्मार्टफोन शाओमी की Redmi 4 सीरीज का सबसे बेसिक वेरियंट है. कंपनी ने इसे पिछले साल नवंबर, 2016 में चीन में Xiaomi Redmi 4 और Xiaomi Redmi 4 Prime के साथ लॉन्च किया था.

आइये जानते हैं इस फोन के फीचर्स. 

यह ऐंड्रॉयड 6.0 मार्शमैलो पर आधारित कंपनी के अपने यूजर इंटरफेस MIUI8 पर रन करता है. स्मार्टफोन में 5 इंच का HD डिस्प्ले लगा है जिसका रेजलूशन 720 x 1280 पिक्सल्स है.
इसमें 1.4GHz के क्वॉड-कोर स्नैपड्रैगन 425 प्रोसेसर के साथ अड्रीनो 708 जीपीयू और 2 जीबी रैम लगी है. स्मार्टफोन की इंटरनल मेमरी 16 जीबी है. 128 जीबी तक का माइक्रोएसडी कार्ड भी इसमें लगाया जा सकता है.
Redmi 4A का बैक कैमरा 13 मेगापिक्सल है. इसमें PDAF, 5 लेंस सिस्टम, f/2.2 अपर्चर और एक LED फ्लैश है. फ्रंट कैमरा 5 मेगापिक्सल है.
पॉलिकार्बोनेट बॉडी वाले शाओमी रेडमी 4A में हाइब्रिड ड्यूल सिम कार्ड स्लॉट लगाया गया है. कनेक्टिविटी की बात करें तो यह 4G VoLTE, वाई-फाई, जीपीएस, ब्लूटूथ और माइक्रो-यूएसबी सपॉर्ट करता है. इसमें 3120 mAh बैटरी लगी है जो फास्ट चार्जिंग सपॉर्ट करती है.
शाओमी रेडमी 4A की कीमत 5,999 रुपये रखी गई है. वैसे ये कीमत थोड़ा ज्यादा लगती है. गुरुवार दोपहर 12 बजे से यह ऐमजॉन इंडिया और Mi.com से खरीदा जा सकता है. यह डार्क ग्रे और गोल्ड कवर्स में उपलब्ध होगा. इसका रोड गोल्ड कलर ऑप्शन भी है जिसकी बिक्री 6 अप्रैल को Mi.com पर होगी.

Tech Master 

अब वाई फाई की स्पीड सौ गुनी हो जायेगी

 इन्टरनेट की सबसे तेज दुनिया 

43 जीबी प्रति सेकंड
की स्पीड से इन्टरनेट ये आपको मजाक लग रहा होगा लेकिन ये सच है, अब आप इन्फ्रा रेड किरणों के जरिये 100 गुना तेज इन्टरनेट कनेक्टिविटी और डाउनलोड और अपलोड स्पीड पा सकते हैं. विशेष बात ये हैं कि ये इन्फ्रारेड किरणें स्वास्थ्य के लिए हानिकारक भी नहीं हैं और एक से ज्यादा डिवाइस को आसानी से पूरी स्पीड से चलाया जा सकता है. कई बार वाई फाई की कम स्पीड दिमाग का प्रोसेसर गर्म कर देती है लेकिन अब ऐसा नहीं होगा.
नीदरलैंड्स में इंडोफेन यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्नॉलजी के रिसर्चर्स ने जो नया इन्फ्रारेड बेस्ड नेटवर्क  डिवेलप किया है, उसकी कैपेसिटी बहुत ज्यादा है.यह 40 गीगाबिट्स प्रति सेकंड की स्पीड दे सकता है. इसमें नेटवर्क कंजेशन इसलिए नहीं होता क्योंकि हर डिवाइस को अलग किरण से कनेक्टिविटी मिल रही होती है.
रिसर्चर्स का कहना है कि नया सिस्टम काफी सिंपल है और सेटअप करने में भी आसान है. वायरलेस डेटा सेंट्रल लाइट एंटीना से आता है. इसमें एंटीना सिस्टम को छत पर लगाया जा सकता है, जहां से आसानी से इन्फ्रारेड किरणों को डिवाइस की तरफ डायरेक्ट किया जा सकता है. जैसे जैसे यूजर एक स्थान से दूसरे स्थान की और चलता है. अलग अलग  इन्फ्रारेड के जरिये वाई फाई कनेक्टिविटी मिलती है. 
Tech Master
(Ashutosh Pandey)  

शुक्रवार, 17 मार्च 2017

उत्तराखंड इन्तजार खत्म होने वाला है

11 मार्च को चुनाव परिणामों की घोषणा के बाद 8 दिनों में भाजपा उत्तराखंड के लिए मुख्यमंत्री की खोज नहीं कर पाई है, दरअसल कई दावेदारों के होते भाजपा के लिए मुख्यमंत्री को खोजने में पापड़ बेलने पड़ रहें हैं. अभी भी भाजपा में तीन नामों में घमासान जारी है. सतपाल महाराज, त्रिवेंद्र सिंह पंवार और प्रकाश पन्त इन तीनों में से एक नाम के चयन में ही भाजपा हाईकमान की हवाइयां उड़ रहीं है. इसके अलावा राज्य भाजपा अध्यक्ष अजय भट्ट भी एक हड्डी के रूप में अटके पड़ें हैं. भारी बहुमत मिलने के बाद मुख्यमंत्री और मंत्री बनने के लिए करीब 30 विधायक अड़े हैं, लेकिन भाजपा के लिए सबको संतुष्ट कर पाना संभव नहीं है, कांग्रेस छोड़ कर गये विधायक बने कई नेता भी अपने लिए मंत्रालय की चाहत रखें हैं. इसके अलावा विधान सभा अध्यक्ष पद के लिए भाजपा हाई कमान किसी पुराने भरोसेमंद भाजपाई को ढूंढ रहा है.
आज कभी भी उत्तराखंड को अपने मुख्यमंत्री का नाम पता चल सकता है. ऐसे में जनता के बीच भी कई कयास लगाए जा रहें हैं, सोशल मिडिया में भी लोगों के बीच चर्चा गर्म है. 

धोनी बाल बाल बचे

नई दिल्ली एक होटल में लगी आग में महेंद्र सिंह धोनी बाल बाल बच गए है. अब आग पर काबू पा लिया गया है. ताजा समाचार मिलने तक आग लगने के कारणों का सही पता नहीं चल सका लेकिन इसे एक बड़ी लापरवाही के रूप में देखा जा रहा है. सुरक्षा चूक कहाँ हुयी ये जांच का विषय हो सकता है.
इस होटल में भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के साथ झारखण्ड की राज्य क्रिकेट टीम ठहरी थी. टीम के खिलाड़ियों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया लेकिन इस दौरान खिलाड़ियों की किट जल गई. झारखंड टीम विजय हजारे ट्रॉफी का सेमीफाइनल मुकाबला खेलने के लिए दिल्ली आई हुई है. यह मुकाबला बंगाल के खिलाफ शुक्रवार को पालम मैदान में खेला जाना था. आग लगने के कारण अब मुकाबला शनिवार तक के लिए टाल दिया गया है. 

दुर्घटना में किसी के हताहत होने की खबर नहीं है. दिल्ली फायर सर्विस का कहना है कि उन्हें सुबह करीब 6:30 बजे वेलकम होटल में आग लगने की खबर चली. यह होटल द्वारका के सेक्टर 10 इलाके में स्थित है. आग पर काबू पाने के लिए फायर बिग्रेड के 30 कर्मचारी भेजे गए. सुबह करीब 7:50 पर आग पर काबू पा लिया गया.