रविवार, 27 जनवरी 2008

सिंचाई परिसंपत्ति: केंद्र के रुख से सरकार हताश

देहरादून। सिंचाई परिसंपत्तियों के बंटवारे पर केंद्र के रुख से उत्तराखंड सरकार हताश है। अलबत्ता, सरकार ने इसी महीने यूपी के साथ इस पर फिर से वार्ता का मन बनाया है। इस हेतू मुख्य सचिव खुद लखनऊ जाएंगे। इस बीच, सिंचाई मंत्रालय ने यूपी के कब्जे वाली विभाग की भूमि के सत्यापन की रिपोर्ट तलब की है। सिंचाई विभाग की करीब दस अरब रुपये की परिसंपत्तियों पर उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश के बीच गतिरोध चल रहा है, पिछले दिनों सरकार ने केंद्र से इसमें हस्तक्षेप कर समाधान की गुजारिश की थी पर केंद्र के रुख से उत्तराखंड सरकार निराश है। सिंचाई मंत्रालय के सूत्रों के मुताबिक केंद्रीय जल संसाधन मंत्री सैफुद्दीन सोज का पत्र हाल ही में सरकार को प्राप्त हुआ है। इसमें कहा गया कि मंत्रालय को जांच में पता चला कि गंगा प्रबंधन बोर्ड के गठन से इसका निपटारा संभव है। यह प्रक्रिया चल रही है। केंद्रीय जल आयोग ने दोनों राज्यों के साथ इस पर बैठक की है। राज्य सरकारों से इन संबंध में सूचनाएं मांगी गई हैं। संपर्क करने पर सिंचाई मंत्री मातबर सिंह कंडारी ने इसकी पुष्टि की। उनका कहना है कि केंद्र सरकार के रुख से साफ है कि गंगा प्रबंधन बोर्ड के गठन से पहले इसका निस्तारण नहीं हो सकता है। उन्होंने बताया कि १४ जनवरी को उत्तर प्रदेश के सिंचाई मंत्री नसीमुद्दीन सिद्दीकी के स्तर से लिखा गया एक अन्य पत्र भी हाल में सरकार को प्राप्त हुआ है। इसमें बंटवारे की प्रक्रिया की अभी तक के प्रगति का उल्लेख करने के साथ ही यह भी कहा गया है कि बंटवारे वाली भूमि का भौतिक सत्यापन होने के बाद ही दोनों राज्यों के मध्य मंत्री स्तरीय बैठक का आयोजन उचित होगा।
(आशुतोष पाण्डेय )

'मंगल पर जीवन' ..................


जिस तस्वीर को आप देख रहें हैं इस तस्वीर के मिलने के बाद मंगल ग्रह पर जीवन को लेकर एक नई बहस छिड़ गई है।
नासा के अंतरिक्ष यान स्पिरिट ने मंगल ग्रह की सतह से एक रहस्यमय आकृति की तस्वीर भेजी है. इस तस्वीर से मंगल ग्रह पर जीवन को लेकर एक बार फिर से बहस छिड़ गई है. भेजी गई तस्वीर को बड़ा करके वेबसाइट पर लगाया गया है। इसे देखने से ऐसा लग रहा है जैसे पत्थरों के बीच कोई इंसान हो या कोई मानवीय आकृति पहाड़ से उतर रही हो। कुछ ब्लॉगरों के अनुसार मंगल ग्रह पर जीवन की संभावना को खारिज करते हुए कहा है कि यह प्रकाश के कारण उत्पन्न हुआ दृष्टिभ्रम है। जबकि दूसरों का कहना है कि यह एलियन की उपस्थिति का प्रमाण है. अमरीकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा के रोवर यान स्पिरिट ने 24 जनवरी 2004 को मंगल की सतह पर पहुँचने के बाद जो तस्वीरें भेजी थीं उससे जीवन की संभावना तलाश रहे लोगों को काफ़ी निराशा हुई थी. क़रीब से देखने पर यह भी एक मानव आकृति ही लगती है।ताज़ा तस्वीर के बाद इन लोगों का मानना है कि इससे उन्हें वह प्रमाण मिल गया है जिसे वे नासा की फ़ोटो फ़ाइल में तलाश रहे थे। इससे पहले यूरोप के अभियान यान मार्स एक्सप्रेस ने भी मंगल ग्रह के कुछ इलाक़ों में काफ़ी मात्रा में मीथेन गैस और पानी होने के प्रमाण भेजे थे। पानी को जीवन के लिए बहुत आवश्यक यौगिक माना जाता है और मीथेन गैस भी जैविक क्रियाओं से बनती है इसलिए इसे जीवन का संकेत माना जाता है। एजुकेशन मंत्रा के डायरेक्टर के आशुतोष पाण्डेय के अनुसार सिर्फ इस तस्वीर को देखकर यह नहीं कहा जा सकता है कि मंगल ग्रह पर जीवन की संभावनाएं हैं। पर इससे मिले अस्पष्ट संकेत कहीं न कहीं किसी विशेष तथ्य की ओर संकेत करतें हैं।
(अंजू )

शनिवार, 19 जनवरी 2008

लादेन के बेटे को है शांतिदूत बनने की

काहिरा: अल कायदा सरगना ओसामा बिन लादेन के बेटा उमर ओसामा बिन लादेन मुस्लिम जगत और पश्चिमी देशों के बीच 'शांतिदूत' की की भूमिका निभाना चाहते हैं। एक समाचार एजेंसी को दिए इंटरव्यू में 26 वर्षीय उमर लादेन ने यह बात कही। उन्होंने इसे इस्लाम को बचाने के लिए अल कायदा के आतंकवाद से कहीं बेहतर तरीका बताया। पिछले साल उमर ने कुछ ऐसा किया कि ब्रिटेन के टैबलायड्स में मानों तूफान उठ खड़ा हुआ। उमर ने 52 वर्षीय ब्रिटिश महिला जेन फेलिक्स ब्राउन से ब्याह रचाया और शादी के बाद उसका नाम जैना अल सबाह रखा। अब यह जोड़ा उत्तर अफ्रीका में 5000 किलोमीटर लंबी घुड़दौड़ की योजना बना रहा है, ताकि शांति की ओर लोगों का ध्यान खींचा जा सके। उमर ने बीते सप्ताह एक समाचार एजेंसी से काहिरा के शॉपिंग मॉल के कैफे में कहा कि यह पश्चिम की मन:स्थिति और विचारों को बदलने की कोशिश है। उमर की पत्नी अल सबाह अपने पति को ब्रिटेन लाने का प्रयास कर रही हैं। अल सबाह कहती हैं कि उमर सोचते हैं कि वे मध्यस्थ की भूमिका निभा सकते हैं। मुझे लगता है कि दुनिया में वह एकमात्र ऐसे व्यक्ति हैं, जो ऐसा कर सकते हैं। उमर ओसामा अल कायदा सरगना के 19 बच्चों में से एक हैं। उमर अपने पिता की चौथी संतान हैं। वह ओसामा के साथ सूडान में रहते थे। 1996 में खारतूम ने ओसामा को सूडान छोड़ने के लिए विवश कर दिया था। इसके बाद उमर अपने पिता के साथ अफगानिस्तान आ गए थे।
अंजू 'स्नेहा'

वश में हो, तो तलाक ले लेंगी ज्यादातर महिलाएं

लंदन : ज्यादातर शादीशुदा ब्रिटिश महिलाओं का वश चले तो वे अपने पति से तलाक लेना पसंद करेंगी। एक सर्वें में यह बात सामने आई है। शादीशुदा पुरुषों और महिलाओं पर सर्वे में 59 फीसदी महिलाओं ने कहा कि अगर भविष्य में आर्थिक सुरक्षा तय हो, तो तुरंत तलाक ले लेंगी। महिलाओं और पुरुषों दोनों में 10 में से एक का कहना था कि काश मैंने किसी और से शादी की होती। सर्वे के मुताबिक, आधे से ज्यादा पति अपनी शादीशुदा जिंदगी में प्यार का अभाव मानते हैं। इस सर्वे में 2000 वयस्क ब्रिटिश शामिल किए गए। इनमें करीब 30 फीसदी ने अपनी शादी को नाकाम माना और कहा कि अचानक जिंदगी में उथल-पुथल से बचने के लिए शादी के बंधन को निभा रहे हैं। महिलाओं और पुरुषों में करीब आधे ने कहा कि परिवार को बिखरने से बचाने के लिए हम साथ रह रहे हैं। 30 फीसदी पुरुषों का कहना था कि हम अपने बच्चों की खातिर साथ रह रहे हैं। 56 फीसदी लोगों ने माना कि अपने वैवाहिक रिश्तों से पूरी तरह खुश नहीं हैं। आधे से ज्यादा लोगों ने कहा कि हमने तलाक लेने पर विचार किया था। इस सर्वे का आयोजन सॉलिसिटर सेडंस ने कराया। नए साल के पहले हफ्ते में ब्रिटेन में तलाक की अर्जियों का तांता लग गया। इसके बाद यह सर्वे कराया गया। डेली मेल ऑनलाइन की रिपोर्ट में रिलेशन एक्सपर्ट्स ने लोगों को तलाक से पैदा होने वाली समस्याओं से आगाह किया है।

आशुतोष पाण्डेय

कंट्टरपंथ सार्क देशों में भी महिलाओं के लिए बड़ा खतरा

दुनिया भर में बढ़ रहा कंट्टरपंथ सार्क देशों में भी महिलाओं के लिए बड़ा खतरा बनकर उभर रहा है। खासकर बांग्लादेश, नेपाल, पाकिस्तान जैसे देशों में यह बड़ी समस्या के रूप में सामने है। लिहाजा दक्षिण एशिया क्षेत्रीय सहयोग संगठन [सार्क] के सभी देशों ने इसके खिलाफ लड़ने के लिए एक साझा नेटवर्क खड़ा करने का फैसला किया है।
महिला समानता और लैंगिक न्याय पर 1995 में बीजिंग में हुए सम्मेलन की अगली कड़ी के रूप में सार्क देशों की महिलाओं के विभिन्न मुद्दों पर छठे दक्षिण एशिया मंत्रिस्तरीय सम्मेलन में शनिवार को सर्वसम्मति से यह फैसला किया गया। यूनीफेम के दक्षिण एशिया सबरीजनल आफिस और भारत के महिला एवं बाल विकास मंत्रालय की ओर से आयोजित इस सम्मेलन में सार्क देशों के सभी सदस्यों ने 'इंडिया फारवर्ड मूविंग स्ट्रेटजीज जेंडर इक्वलिटी-2008' घोषणापत्र पर हस्ताक्षर भी किए हैं। जिसके तहत सार्क देशों की महिलाओं के लिए बनी कार्ययोजना पर अगले दो वर्र्षो में अमली कार्रवाई की जाएगी।
सम्मेलन के बाद यूनीफेम की क्षेत्रीय प्रमुख चांदनी जोशी ने कहा कि सार्क देशों की महिलाओं के लिए भी कंट्टरपंथ बड़े खतरे के रूप में उभरा है। उन्हें भी इसका बड़ा खामियाजा भुगतना पड़ रहा है। बांग्लादेश, अफगानिस्तान, पाकिस्तान, नेपाल व दक्षिण एशिया के दूसरे देश भी इससे अछूते नहीं हैं। इसलिए सार्क देशों के बीच साझा नेटवर्क बनाने का निर्णय लिया गया है, जो खास तौर से महिलाओं को उनके अधिकार सुनिश्चित कराएगा। इसके साथ ही समानता के अधिकार के मद्देनजर सार्क देशों की महिलाओं की नागरिकता के अधिकार पर उनके बच्चों व पतियों को भी नागरिकता दिए जाने पर सहमति बनी है। सम्मेलन में यह सवाल इसलिए उठा कि अभी सिर्फ पति की नागरिकता के आधार पर उसकी पत्नी व बच्चों को नागरिकता मिलने की बात होती है। सम्मेलन में सार्क देशों के बीच जेंडर डाटाबेस भी बनाने पर भी सहमति बनी है।
इसके अलावा महिलाओं के साथ भेदभाव को खत्म करने के लिए कानून बनाने, घरेलू हिंसा रोकने के कानून को प्रभावी बनाने, महिलाओं-बच्चों की तस्करी रोकने व प्रभावितों के पुनर्वास, संपत्तिव भूमि को नियंत्रित करने का अधिकार देने, नीतिगत मामलों व निर्णयों में महिलाओं की भागीदारी सुनिश्चित करने जैसे कई मामलों में भी सभी सदस्य देशों के बीच सहमति बनी है। सम्मेलन में भारत, बांग्लादेश, भूटान, पाकिस्तान, नेपाल, श्रीलंका, अफगानिस्तान और मालद्वीव के प्रतिनिधियों ने भाग लिया।

प्रस्तुति: आशुतोष पाण्डेय

रविवार, 13 जनवरी 2008

इंटरपोल अध्यक्ष ने पद से इस्तीफ़ा दिया


अंतरराष्ट्रीय पुलिस एजेंसी इंटरपोल के अध्यक्ष जैकी सेलेबी ने अपने पद से इस्तीफ़ा दे दिया है.
जैकी सेलेबी को शनिवार को दक्षिण अफ़्रीका पुलिस के राष्ट्रीय आयुक्त के पद से निलंबित कर दिया गया था. इसके बाद ही उन्होंने इंटरपोल के अध्यक्ष पद से इस्तीफ़ा देने का फ़ैसला किया। दक्षिण अफ़्रीका में अभियोजन पक्ष ने कहा है कि जैकी सेलेबी पर भ्रष्ट्राचार का मामला चलाया जाएगा हालांकि ये नहीं बताया गया कि कब। आरोप है कि जैकी सेलेबी ने एक अपराधी से कथित तौर पर एक लाख 70 हज़ार डॉलर लिए। लेकिन वे इस बात से इनकार कर रहे हैं कि उनके आपराधिक तत्वों से कोई रिश्ता था।
अपने त्याग पत्र में जैकी सेलेबी ने लिखा है, "मैं इंटरपोल के हितों को ध्यान में रखते हुए इस्तीफ़ा दे रहा हूँ।" फ़्रांस स्थित इंटरपोल के महासचिव रॉनल्ड के नोबल ने संगठन के साथ जैकी सेलेबी के कामकाज की तारीफ़ की। उन्होने कहा कि भ्रष्ट्राचार के आरोपों का इंटरपोल के अध्यक्ष के तौर पर जैकी सेलेबी के कार्यकाल से कोई लेना-देना नहीं है। रोनल्ड नोबल ने कहा कि भ्रष्ट्राचार उन आरोपों में से एक है जो किसी भी पुलिस अधिकारी पर लगाया जा सकता है। दक्षिण अफ़्रीका के मुख्य अभियोजक का आरोप है कि सेलेबी का बिजनेस की दुनिया से जुड़े ग्लेन अगलियोटी के साथ संबंध थे जिन पर हत्या का आरोप है। अंतराष्ट्रीय अपराधियों के खिलाफ काम करने वाली संस्था के चीफ पर लगे ये आरोप काफी मायने रखतें हैं।
आशुतोष पाण्डेय

मंगलवार, 8 जनवरी 2008

जम्मू कश्मीर में अलग मुद्रा चलाने की मांग पर भा ज पा का बबाल


जम्मू-कश्मीर में देश से अलग मुद्रा चलाने की मांग करने वाले राज्य के वित्तमंत्री तारिक हामिद करा को भाजपा ने तत्काल प्रभाव से मंत्रिमंडल से बर्खास्त करने की मांग की है। मुख्य विपक्षी दल ने इसे अलगाववाद का चरम बताते हुए कांग्रेस को भी इस अपराध का दोषी करार दिया। साथ ही इस विषय में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह व कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की चुप्पी पर भी सवाल उठाया।
भाजपा प्रवक्ता राजीव प्रताप रूडी ने कहा कि मंत्री की यह मांग न सिर्फ अलगाववादी है, बल्कि आतंकवाद को भी पोषित करने वाली है। दुर्भाग्यपूर्ण है कि राज्य की कांग्रेस और केन्द्र सरकार इतने संवेदनशील मुद्दे पर भी चुप्पी साधे हुए है। रूडी ने यूरोपीय देशों की एक मुद्रा यूरो चलाने का हवाला देते हुए कहा कि 'पूरी दुनिया के कई देश जब राज्य और अपने बीच सामान्य मुद्रा लाने का प्रयास कर रहे हैं, वहीं भारत के गणराज्य में एक प्रांत अलग मुद्रा चलाने की मांग कर रहा है। यह भारतीय संविधान की भावना के सर्वथा विरुद्ध है और ऐसी अनर्थकारी मांग पहली बार की गई है।'
भाजपा प्रवक्ता ने याद दिलाया कि जनसंघ के संस्थापक अध्यक्ष श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने जम्मू-कश्मीर में 'दो संविधान, दो विधान, दो निशान और दो प्रधान' का विरोध करते हुए शहादत दी थी। उन्होंने कहा, देश से अलग मुद्रा चलाने की मांग उससे भी ज्यादा विभाजनकारी है। रूडी ने ऐसी मांग करने वाले वित्तमंत्री को तुरंत मंत्रिमंडल से बर्खास्त करने के साथ प्रधानमंत्री व कांग्रेस अध्यक्ष से इस विषय में मुंह खोलने की मांग की।
उधर, पंजाब में शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी द्वारा पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के हत्यारों सतवंत सिंह और बेअंत सिंह को शहीद का दर्जा देने की भी भाजपा ने आलोचना की। रूडी ने कहा कि एसजीपीसी का यह बयान दुर्भाग्यपूर्ण है और पार्टी को इस तरह की भाषा और कृत्य कतई स्वीकार्य नहीं है।

सोमवार, 7 जनवरी 2008

जेमा आर्टर्टन बनी नई 'बॉंन्ड गर्ल'


जेम्स बॉंड की फ़िल्मों में बॉंन्ड की हीरोइन कौन बनती है, ये सवाल सदा से ही आपको रोमांचित करता रहा है। इसका इंतज़ार सभी को रहता है लेकिन अब लोगों का इंतज़ार ख़त्म हुआ क्योंकि नई 'बॉंन्ड गर्ल' का चुनाव हो गया है। अख़बार 'द हॉलीवुड रिपोर्टर' की मानें तो ट्रिनियन की स्टार जेमा आर्टर्टन को नई बॉंन्ड फ़िल्म में हीरोइन का रोल मिला है. बॉंन्ड सीरीज़ की नई फ़िल्म का नाम फिलहाल 'बॉंन्ड-22' रखा गया है और इसमें 21 वर्षीय जेमा हीरोइन होंगी जिसके चरित्र का नाम होगा फील्ड्स। इस बारे में और कोई जानकारी नहीं मिल सकी है लेकिन फिल्म की प्रोडक्शन कंपनी डैनज़ैक प्रोडक्शन्स की मानें तो जेमा को ' अच्छी खासी' भूमिका मिली है. इस फ़िल्म के लिए शूटिंग शुरु हो चुकी है जो इस साल नवंबर में रिलीज़ हो सकती है। जेमा ने हाल में रुपर्ट एवरेट के साथ एक फिल्म की है जो बोर्डिंग स्कूल के बदमाश बच्चों पर आधारित है। जेमा को बॉंन्ड गर्ल की भूमिका मिलना बॉंन्ड प्रोडक्शन की परंपरा के अनुरुप है जिसके तहत वो ज़्यादातर ऐसी अभिनेत्रियों को ये भूमिकाएँ देते हैं जिनको पहले कोई बड़ी फ़िल्म नहीं मिली होती है। जेमा डेनियल क्रेग के साथ नज़र आएँगी। बॉंन्ड के तौर पर डेनियल क्रेग की यह दूसरी फ़िल्म है. बॉंन्ड की नई फिल्म इयान फ़्लेमिंग की कहानी रिसिको पर आधारित है जिसमें बॉंन्ड ड्रग्स माफ़िया का मुकाबला करेंगे। बॉंन्ड की इस फिल्म में विलेन की भूमिका फ्रेंच अभिनेता मैथ्यू अमालरिक करेंगे।


अंजू

गुरुवार, 3 जनवरी 2008

आई-स्नेक: आसान होगी सर्जरी

आई -सनेक शरीर के अंदर पहुँचकर डॉक्टरों के हाथ और आंखों का काम करेगा विशेषज्ञ ऐसा रोबोट विकसित करने में लगे हैं जिससे सर्जरी के क्षेत्र में क्रांति आ सकती है। दरअसल, इसकी मदद से शरीर के अंदरूनी हिस्सों की जटिल से जटिल सर्जरी आसान हो जाएगी विश्श्ग्यों का मानना है कि आई-स्नेक नामक यह उपकरण शरीर के अंदर पहुँचकर डॉक्टरों के हाथ और आँख का काम करेगा. इसकी मदद से डॉक्टर ऐसे जटिल ऑपरेशन को भी आसानी से अंजाम दे सकेंगे जो अब तक काफ़ी मुश्किल माने जाते हैं. लंदन के इंपीरियल कॉलेज को इसे विकसित करने के लिए 21 लाख पाउंड की राशि दी गई है। आई-स्नेक घर में इस्तेमाल होने वाले ट्यूब जैसा लचीला है। इसमें लगी विशेष मोटर, सेंसर और कैमरे डॉक्टरों को शरीर के भीतर के हिस्से देखने या पकड़ने में मदद करेंगे। यानी की इसकी मदद से दिल की जटिल बाईपास सर्जरी भी आसान हो जाएगी. शोध टीम के एक सदस्य और ब्रिटेन के स्वास्थ्य मंत्री लॉर्ड आरा डार्ज़ी ने बताया कि मरीज़ों पर इस्तेमाल करने से पहले हम इस उपकरण की प्रयोगशाला में जाँच करेंगे. सर्जरी आसान होने के साथ ही आई-स्नेक का इस्तेमाल अंतड़ियों से संबंधित बीमारी का पता लगाने में भी किया जा सकेगा। इससे एक फ़ायदा यह भी होगा कि सर्जरी में चीरफाड़ कम करनी पड़ेगी जिससे मरीज़ों को अस्पताल में कम रुकना पड़ेगा. सर्जन अभी इस विकल्प पर भी काम कर रहे हैं जिससे शरीर के ऊपरी हिस्से चमड़े पर भी कम ज़ख्म आए.
लॉर्ड डार्ज़ी का कहना है,''आई-स्नेक से सर्जरी सस्ती और कम पीड़ादायक तो होगी ही, इलाज़ में समय भी कम लगेगा और लोग जल्दी ठीक होंगे.''
वेलकम ट्रस्ट के तकीनीकी हस्तांतरण के निदेशक डॉ। टेड बानको कहते हैं, ''अब वो दिन लद गए जब ऑपरेशन थियेटर में छुरियों से सर्जरी होगी। आने वाला समय आई-स्नेक जैसे आधुनिक उपकरणों का है।''


Sangeeta

सबसे नौजवान ग्रह की खोज

वैज्ञानिकों ने सौर मंडल के बाहर एक नए ग्रह की खोज की है। यह ग्रह न केवल खोज के लिहाज से नया है, बल्कि उम्र के हिसाब से भी यह सबसे नया है। वैज्ञानिकों का कहना है कि इस खोज से सौर मंडल के निर्माण की गुत्थी सुलझाने में मदद मिलेगी।
नया ग्रह का नाम टीडब्ल्यू हाइड्रे रखा गया है।
इसकी खोजा जर्मनी के मैक्स प्लैंक इंस्टीट्यूट फार एस्ट्रोफिजिक्स के वैज्ञानिकों ने की है। इसे सबसे कम उम्र का बताया जा रहा है ग्रणाओ के अनुसार यह ग्रह सिर्फ एक करोड़ साल पुराना माना जा रहा है । नए ग्रह की उम्र सौरमंडल की उम्र का मात्र 0.2 प्रतिशत है। इसे सबसे कम उम्र का ग्रह बताया जा रहा है।
हमारी पृथ्वी की उम्र लगभग 4.5 अरब वर्ष है। जबकि अब तक ज्ञात सबसे नौजवान ग्रह दस करोड़ साल पुराना था।
आकार : पृथ्वी से 3,115 गुना और हमारे सौर मंडल के सबसे बड़े ग्रह बृहस्पति से लगभग 9.8 गुना ज्यादा।
स्थिति : पृथ्वी से 18 करोड़ प्रकाश वर्ष दूर। यह अपने सूर्य से सिर्फ 37 लाख मील की दूरी पर है, पृथ्वी सूर्य से 9.3 करोड़ मील की दूरी पर है। यह अपनी धुरी का एक चक्कर 3.56 दिन में लगाता है।
-वैज्ञानिकों के मुताबिक नए तारों के विकसित होने के बाद टीडब्ल्यू हाइड्रे अस्तित्व में आया होगा।
-ग्रह गैस और धूल के पिंड होते हैं। किसी नए ग्रह के आसपास गैस व धूल के बादल पाए जाते हैं। जबकि इस बच्चा ग्रह की कक्षा में इनकी अनुपस्थिति वैज्ञानिकों को चौंका रही है।


आलेख: आशुतोष पाण्डेय

प्रस्तुति: अंजू