कभी जानवर भी मनुष्य से बड़े कारनामे कर इंसान के लिए प्रेरणा बन जाता है. चीन में एक आवारा कुत्ते ने तिब्बत की यात्रा पर निकले साइकिल सवारों के एक समूह का पीछा किया और उनके साथ-साथ 20 दिन में 1,800 किमी से अधिक दूरी तय कर ली. शियाओसा नामक इस कुत्ते ने हर दिन 50 से 60 किमी की दूरी तय की और पूरी यात्रा के दौरान कभी पीछे नहीं गया. सूत्रों के अनुसार, यह कुत्ता 4,000 मीटर ऊंचे 12 से अधिक पहाड़ों पर चढ़ा और उसे खराब मौसम का भी सामना करना पड़ा. एक साइकिल सवार शियाओ योंग ने कहा कि पूरे रास्ते यह कुत्ता उन्हें प्रोत्साहित करता रहा. अब योंग इस कुत्ते को सेंट्रल हुबेई प्रांत स्थित अपने गृह नगर ले जाकर अपने साथ रखना चाह रही है. कौन बनता है खबर? कौन होता ख़बरों के केंद्र में? क्या बिकती हैं खबरें? घोटाले बनाए भी जातें हैं? ख़बरों का सच, ख़बरों का झूठ, इनसाईट स्टोरी के आईने में. आप बताएं कहाँ क्या हो रहा है? कैरियर, स्वास्थ्य, विज्ञान, फिल्म ....... और बहुत कुछ आपके लिए.
रविवार, 3 जून 2012
कुत्ते की 1800 किमी की यात्रा
कभी जानवर भी मनुष्य से बड़े कारनामे कर इंसान के लिए प्रेरणा बन जाता है. चीन में एक आवारा कुत्ते ने तिब्बत की यात्रा पर निकले साइकिल सवारों के एक समूह का पीछा किया और उनके साथ-साथ 20 दिन में 1,800 किमी से अधिक दूरी तय कर ली. शियाओसा नामक इस कुत्ते ने हर दिन 50 से 60 किमी की दूरी तय की और पूरी यात्रा के दौरान कभी पीछे नहीं गया. सूत्रों के अनुसार, यह कुत्ता 4,000 मीटर ऊंचे 12 से अधिक पहाड़ों पर चढ़ा और उसे खराब मौसम का भी सामना करना पड़ा. एक साइकिल सवार शियाओ योंग ने कहा कि पूरे रास्ते यह कुत्ता उन्हें प्रोत्साहित करता रहा. अब योंग इस कुत्ते को सेंट्रल हुबेई प्रांत स्थित अपने गृह नगर ले जाकर अपने साथ रखना चाह रही है. शनिवार, 2 जून 2012
इनसाईट स्टोरी: कैटरीना इन एक्शन
इनसाईट स्टोरी: कैटरीना इन एक्शन: कैटरीना अब अपनी रोमांटिक इमेज को छोड़ एक्शन क्वीन बनने जा रही हैं. पहले सल्लू के साथ 'एक था टाइगर' में और फिर धूम-३ में भी एक्शन करने जा रह...
कैटरीना इन एक्शन
कैटरीना अब अपनी रोमांटिक इमेज को छोड़ एक्शन क्वीन बनने जा रही हैं. पहले सल्लू के साथ 'एक था टाइगर' में और फिर धूम-३ में भी एक्शन करने जा रहीं हैं. वह आजकल थाईलैंड में 'एक था टाइगर' की शूटिंग में व्यस्त हैं, दिन में शूटिंग के बाद वे रात को धूम३ के एक्शन सीन की तैयारियां करती रहती हैं. इस व्यस्त शेड्यूल के चलते उनकी नींद भी पूरी नहीं हो पा रही है. धूम-३ में वे आमिरखान के साथ काम कर रहीं हैं. धूम३ के एक्शन सीन करने के लिए आदित्य चोपड़ा ने तीन बाडी ट्रेनर नियुक्त किये हैं. देखना है कि रोमांटिक इमेज वाली कैटरीना क्या एक्शन कर पाती है. अभी थोड़ा इन्तजार करना पडेगा. मनमोहन कहें अब बख्श दो प्रणव
मनमोहन सिंह अब वित्त मंत्री प्रणव मुखर्जी से छुटकारा चाहतें हैं. वे चाहते हैं कि प्रणव बाबू का नाम जल्द ही यूपीए के द्वारा राष्ट्रपति के उम्मीदवार के रूप में घोषित किया जाय. आर्थिक मोर्चों पर हर जगह विफल रहने वाले प्रणव मुखर्जी के खिलाफ सीधे कोई कदम उठाना मनमोहन सिंह के लिए संभव नहीं दिखता है. भले ही कांग्रेस अगला चुनाव मनमोहन के नेतृत्व में लड़ने का लाख दावा करें लेकिन २०१४ में मनमोहन सिंह प्रधानमंत्री बनने वाले नहीं हैं, चाहे कांग्रेस की सरकार ही क्यों ना बने. अपने बचे हुए कार्यकाल के लिए मनमोहन सिंह खुद वित्त मंत्रालय की कमान संभालना चाहते हैं और आर्थिक असफलताओं का दंश झेल रही सरकार की इमेज सुधारना चाह रहें हैं. वित्त मंत्री के रूप में मनमोहन सिंह का एक स्वर्णिम इतिहास रहा है. पीएमओ के सूत्रों के अनुसार प्रधानमंत्री रिजर्व बैंक के पूर्व गवर्नर और अब इकनॉमिक अडवाइजरी काउंसिल के अध्यक्ष सी रंगराजन को वित्त मंत्रालय में मुख्य भूमिका देना चाह रहें हैं. ये खुलासा अंग्रेजी समाचार पत्र डीएनए की एक खबर में किया गया है. मनमोहन सिंह अगले दो सालों में कुछ कठिन और बड़े आर्थिक फैसले लेकर पुन: मनमोहनी अर्थशास्त्र की उपादेयता सिद्ध करना चाहते हैं. देखने वाली बात है कि पिछले कुछ समय से पीएमओ और वित्त मंत्रालय के बीच दूरियां बढनें की खबरें आम रहीं हैं क्योंकि एक वित्त मंत्री के रूप में प्रणव हर मोर्चे पर विफल ही रहें हैं लेकिन यूपीए के अंदर प्रणव का कद देख प्रधानमंत्री खुद किसी सार्वजनिक मंच पर उनका विरोध नहीं कर पा रहें हैं. अब वर्तमान आर्थिक संकट से निपटने के लिए वे रंगराजन को अपना जरनल बनाना चाहतें हैं. लेकिन यूपीए के घटक दलों के साथ नितीगत तालमेलों को देखते हुए तो ये संभव नहीं लगता है कि अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए उठाये गए ठोस क़दमों का समर्थन तृणमूल कांग्रेस या अन्य सहयोगी दल करेंगें.
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