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कौन बनता है खबर? कौन होता ख़बरों के केंद्र में? क्या बिकती हैं खबरें? घोटाले बनाए भी जातें हैं? ख़बरों का सच, ख़बरों का झूठ, इनसाईट स्टोरी के आईने में. आप बताएं कहाँ क्या हो रहा है? कैरियर, स्वास्थ्य, विज्ञान, फिल्म ....... और बहुत कुछ आपके लिए.
सुप्रीम कोर्ट के एक आदेश के बाद आपका मोबाइल बंद हो सकता है यदि आपने अपने आधार नम्बर को मोबाइल नम्बर के साथ नहीं जोड़ा है तो जल्दी ही आपको अपने मोबाइल ऑपरेटर से इस संदर्भ में SMS या कॉल भी जल्द आयेगी जहाँ आपको केवाईसी के पुन:प्रमाणन के लिए आपसे आधार कार्ड वेरिफिकेशन के लिए कहा जा सकता है.
टेलीकॉम सर्विस के संगठन सीओएआई ने कहा कि उसकी सदस्य कंपनियां इस हफ्ते बैठक कर मौजूदा एक अरब से भी अधिक मोबाइल उपभोक्ताओं की प्रमाणन प्रक्रिया की रूपरेखा पर चर्चा करेंगी.
दूरसंचार विभाग की एक अधिसूचना में कहा गया है, ‘‘सभी लाइसेंसधारकों (मोबाइल कंपनियों) को सारे मौजूदा मोबाइल उपभोक्ताओं (प्रीपेड और पोस्टपेड) का आधार आधारित ई-केवाईसी माध्यम से पुन:प्रमाणन करना चाहिए.’’ अधिसूचना में कहा गया है कि सभी कंपनियों को अपने मौजूदा ग्राहकों को प्रिंट, इलैक्ट्रॉनिक और एसएमएस के माध्यम से उच्चतम न्यायालय के पुनप्रमाणन के आदेश की सूचना देनी होगी. उन्हें इस प्रक्रिया की जानकारी अपनी वेबसाइट पर देनी चाहिए.
उल्लेखनीय है कि उच्चतम न्यायालय ने इस साल फरवरी में आदेश दिया था कि, ‘‘नये उपभोक्ताओं के साथ-साथ सभी मोबाइल फोन उपभोक्ताओं का पता और पहचान सुनिश्चित करने के लिए प्रमाणन की एक प्रभावी प्रक्रिया विकसित हुई है. निकट भविष्य में विशेषकर आज से एक साल के भीतर मौजूदा उपभोक्ताओं के मामले में इसी तरह की प्रमाणन प्रक्रिया को पूर्ण कर लिया जाना चाहिए.’’
टेस्टोस्टेरोन एक ऐसा हॉर्मोन है जो पुरुषों के अंडकोष में पैदा होता है. आमतौर पर इसे मर्दानगी की पहचान के रूप में देखा जाता है. इस हार्मोन का पुरुषों की आक्रामकता, चेहरे के बाल, मांसलता और यौन क्षमता से सीधा संबंध माना जाता है. चाहे शारीरिक हो या फिर मनोवैज्ञानिक स्वास्थ्य के लिए यह आवश्यक है. टेस्टोस्टेरोन हॉर्मोन उम्र के साथ कम होने लगता है.
एक अनुमान के मुताबिक 30 और 40 की उम्र के बाद इसमें हर साल दो फ़ीसदी की कमी आने लगती है. वैसे इसमें लगातार होने वाली कमी सेहत से जुड़ी कोई समस्या नहीं है, लेकिन कुछ ख़ास बीमारियों, इलाज या चोटों के कारण सामान्य से कम हो जाता है. टेस्टोस्टेरोन हार्मोन में कमी को हाइपोगोनडिज़म कहा जाता है. ब्रिटिश पब्लिक हेल्थ सिस्टम की एक रिपोर्ट के मुताबिक़ 1000 में से पांच लोग इस बीमारी से पीड़ित हैं.
हाइपोगोनडिज़म एक ख़ास तरह की चिकित्सकीय अवस्था है जो उम्र बढ़ने के साथ पैदा होने वाली सामान्य स्थिति से अलग है. इसका सीधा संबंध मोटापा और टाइप 2 डायबिटीज से है. मोटापे से ग्रसित लोगों में ये समस्या ज्यादा देखी गयी है.
टेस्टोस्टेरोन का टेस्ट ख़ून जांच से करा सकते हैं. इसका स्तर हर दिन एक जैसा नहीं होता है. यदि टेस्ट रिपोर्ट में इसमें गिरावट मिलती है तो मरीज़ को एन्डोक्राइन स्पेशलिस्ट के पास भेजा जाता है.
43 जीबी प्रति सेकंड की स्पीड से इन्टरनेट ये आपको मजाक लग रहा होगा लेकिन ये सच है, अब आप इन्फ्रा रेड किरणों के जरिये 100 गुना तेज इन्टरनेट कनेक्टिविटी और डाउनलोड और अपलोड स्पीड पा सकते हैं. विशेष बात ये हैं कि ये इन्फ्रारेड किरणें स्वास्थ्य के लिए हानिकारक भी नहीं हैं और एक से ज्यादा डिवाइस को आसानी से पूरी स्पीड से चलाया जा सकता है. कई बार वाई फाई की कम स्पीड दिमाग का प्रोसेसर गर्म कर देती है लेकिन अब ऐसा नहीं होगा.Tech Master
नीदरलैंड्स में इंडोफेन यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्नॉलजी के रिसर्चर्स ने जो नया इन्फ्रारेड बेस्ड नेटवर्क डिवेलप किया है, उसकी कैपेसिटी बहुत ज्यादा है.यह 40 गीगाबिट्स प्रति सेकंड की स्पीड दे सकता है. इसमें नेटवर्क कंजेशन इसलिए नहीं होता क्योंकि हर डिवाइस को अलग किरण से कनेक्टिविटी मिल रही होती है.
रिसर्चर्स का कहना है कि नया सिस्टम काफी सिंपल है और सेटअप करने में भी आसान है. वायरलेस डेटा सेंट्रल लाइट एंटीना से आता है. इसमें एंटीना सिस्टम को छत पर लगाया जा सकता है, जहां से आसानी से इन्फ्रारेड किरणों को डिवाइस की तरफ डायरेक्ट किया जा सकता है. जैसे जैसे यूजर एक स्थान से दूसरे स्थान की और चलता है. अलग अलग इन्फ्रारेड के जरिये वाई फाई कनेक्टिविटी मिलती है.
नई दिल्ली एक होटल में लगी आग में महेंद्र सिंह धोनी बाल बाल बच गए है. अब आग पर काबू पा लिया गया है. ताजा समाचार मिलने तक आग लगने के कारणों का सही पता नहीं चल सका लेकिन इसे एक बड़ी लापरवाही के रूप में देखा जा रहा है. सुरक्षा चूक कहाँ हुयी ये जांच का विषय हो सकता है.
इस होटल में भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के साथ झारखण्ड की राज्य क्रिकेट टीम ठहरी थी. टीम के खिलाड़ियों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया लेकिन इस दौरान खिलाड़ियों की किट जल गई. झारखंड टीम विजय हजारे ट्रॉफी का सेमीफाइनल मुकाबला खेलने के लिए दिल्ली आई हुई है. यह मुकाबला बंगाल के खिलाफ शुक्रवार को पालम मैदान में खेला जाना था. आग लगने के कारण अब मुकाबला शनिवार तक के लिए टाल दिया गया है.
दुर्घटना में किसी के हताहत होने की खबर नहीं है. दिल्ली फायर सर्विस का कहना है कि उन्हें सुबह करीब 6:30 बजे वेलकम होटल में आग लगने की खबर चली. यह होटल द्वारका के सेक्टर 10 इलाके में स्थित है. आग पर काबू पाने के लिए फायर बिग्रेड के 30 कर्मचारी भेजे गए. सुबह करीब 7:50 पर आग पर काबू पा लिया गया.